यूट्यूबर से स्पाई बनने तक की कहानी, अब देशद्रोह के घेरे में

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

हिसार पुलिस की Special Investigation Team (SIT) ने ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ जो चार्जशीट कोर्ट में दायर की है, वो सिर्फ कागज़ नहीं, एक स्पाई थ्रिलर है।
चार्जशीट के मुताबिक, एक यूट्यूबर के रूप में शुरुआत करने वाली ज्योति का सफर अचानक राष्ट्रीय सुरक्षा संकट में कैसे बदल गया, ये जानकर आप भी चौंक जाएंगे।

SIT ने दावा किया कि उसके पास पक्के सबूत हैं जो दिखाते हैं कि ज्योति पाकिस्तानी एजेंट्स को संवेदनशील जानकारी दे रही थी।

गिरफ्तारी से खुलासा: यूट्यूब से ISI तक का रास्ता

16 मई 2025 को जब ज्योति को गिरफ्तार किया गया, तब शायद किसी को अंदाज़ा नहीं था कि ये मामला इतना बड़ा हो जाएगा।
शुरुआत में एक सामान्य सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर की तरह दिखने वाली ज्योति, 2023 में पाकिस्तान यात्रा के दौरान ISI के संपर्क में आई।

चार्जशीट में कहा गया है:

“वह सिर्फ प्रॉपर्टी नहीं, बल्कि टूल बन चुकी थी। एक ऐसा ब्रिज जो भारतीय डिफेंस इंफॉर्मेशन को सरहद पार भेज रहा था।”

मोबाइल से मिले सबूत: बात होती थी सीधे पाकिस्तानी उच्चायोग से!

जांच के दौरान ज्योति के मोबाइल की डिजिटल फॉरेंसिक जांच की गई, जिसमें कुछ संवेदनशील चैट्स, कॉल लॉग्स और ईमेल्स मिले।
इनमें से सबसे चौंकाने वाला नाम था – एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश अली, जो भारत में पाक उच्चायोग में कार्यरत था और 13 मई को निष्कासित कर दिया गया।

SIT की रिपोर्ट बताती है कि ज्योति नवंबर 2023 से लगातार दानिश और ISI से जुड़े शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लों के संपर्क में थी।

SIT ने क्या-क्या पाया?

  • WhatsApp, Telegram और Signal पर इंटरनेशनल चैट्स

  • ड्राफ्ट्स में सेव की गई खुफिया जानकारियाँ

  • कुछ संदिग्ध वीडियो क्लिप्स जिनमें मिलिट्री मूवमेंट पर जानकारी

  • पाकिस्तान से हुए Frequent Fund Transfers

SIT ने चार्जशीट में यह भी कहा है कि ज्योति “Intentional Sleeper Agent” की तरह काम कर रही थी।

अब आगे क्या? कोर्ट में बड़ा ट्रायल संभव

इस केस ने भारत की आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।
SIT की चार्जशीट के बाद अब कोर्ट में देशद्रोह, Official Secrets Act, और Foreign Influence Laws के तहत बड़ा ट्रायल शुरू होने की उम्मीद है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, यदि आरोप साबित हो जाते हैं तो ज्योति को आजादी के बाद सबसे गंभीर जासूसी मामलों में गिना जाएगा।

“अगला वीडियो – ‘मैंने ISI से क्या सीखा’?”

अगर ज्योति जेल से YouTube चैनल चलाए तो शायद अगले टॉपिक ये हों:

  • “5 Tips to Impress Foreign Agencies!”

  • “How to Lose Citizenship in 10 Steps”

  • “Pakistan Mein Vlogging – Safety Tips!”

लोकतंत्र की सबसे बड़ी चुनौती है – अंदर के दुश्मन

जब किसी यूट्यूबर को देश का दुश्मन बना दिया जाए, तो यह केवल कानून का नहीं, समाज की सतर्कता का भी इम्तिहान है।
सोशल मीडिया, ट्रैवल और नेटवर्किंग अब सिर्फ शौक नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा का हिस्सा बन चुके हैं।

आपके आस-पास कौन क्या कर रहा है – कभी-कभी वो स्क्रीन पर छिपी सबसे बड़ी कहानी हो सकती है।

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